हवन और यज्ञ की भारतीय संस्कृति में महत्ता हमारी भारतीय हिन्दू संस्कृति में अनेक धार्मिक अनुष्ठानो, संस्कारो में हवन और यज्ञ को बहुत ही पवित्र कार्य माना गया है| हवन एक वैदिक अनुष्ठान है जिसे होम भी कहा जाता है | प्रतिदिन हवन करने को दैनिक अग्निहोत्र भी कहा जाता है|...
हम भगवान को भोग क्यों लगाते हैं? हमारी भारतीय हिन्दू संस्कृति में भगवान् के साकार रूप की पूजा-अर्चना मूर्ति के रूप में की जाती है| हमारे हिन्दू धर्म में भगवान् को भोग लगाने की परंपरा काफी पुरानी है| भगवान् सर्व शक्तिमान है वह हमारे भावनात्मक रूप से प्रेम भाव के भूखे...
हमारे हिन्दू संस्कृति में दान की महिमा का गुणगान प्राचीन समय से होता आ रहा है | दान का अर्थ है देने की क्रिया| निस्वार्थ भाव से दिया गया दान सर्वोत्तम माना गया है| हमारे सनातन धर्म में विशेष तिथियों, त्योहारों, धार्मिक आयोजनों पर भक्ति भाव से दान देने की परंपरा रही...
भारत एक संस्कृति प्रधान देश है| तोरण शुद्धता, पवित्रता का प्रतीक है, इसे वंदनवार भी कहा जाता है| तोरण संस्कृत भाषा से लिया गया शब्द है जिसका अर्थ प्रवेश द्वार है| इसे तमिल में तोरणम भी कहा जाता है| बौद्ध ग्रंथों के अनुसार इसे पवित्र द्वार या प्रवेश द्वार कहा जाता है| ...
हिन्दू संस्कृति के अनुसार गाय की पूजा का महत्त्व – वैदिक संस्कृति में गाय को एक विशेष महत्त्व दिया गया है| अनेक पुण्यो को देने वाली गाय एक पशु ही नहीं वरन दैवीय शक्ति है जो पूजनीय है| हमारे भारतीय सनातन धर्म में गाय आस्था का प्रतीक है| गाय के विलक्षण गुण से कारण...