शंख – सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रतीक क्यों माना जाता है | Know all about Shankh
Published on: December 31, 2022

शंख क्या होता है?

शंख एक समुद्री प्राणी का आवरण है जो उसे बाहरी खतरों से बचाता है जब यह कीड़ा बड़ा हो जाता है तो वह उससे बाहर आ जाता है | हिन्दू धर्म में शंख को धार्मिक महत्त्व दिया जाता है | शंख को शंखा और शंखम के नाम से भी जाना जाता है | इसका प्रयोग अर्घ्य देने के लिए किया जाता है | प्राचीन ऋषि मुनियो ने भी शंख के महत्त्व को प्रतिपादित किया है | 

शास्त्रों के अनुसार शंख में देवी लक्ष्मी का वास माना जाता है | शंख की उत्पत्ति समुद्र से होने से इसे देवी लक्ष्मी का सहोदर माना जाता है जिस घर में शंख का पूजन होता है वहाँ सौभाग्य का उदय होता है | कहा जाता है की शंख में सारे तीर्थो का वास है | शंख की मधुर ध्वनि से वातावरण शुद्ध हो जाता है | 

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Shankh After prayers_Hindu Sanskriti

शंख कितने प्रकार के होते है? 

शंख तीन प्रकार के होते है- वामावर्ती, दक्षिणावर्ती तथा गणेश शंख या मध्यवर्ती शंख | 

वामावर्त शंख की अपेक्षा दक्षिणावर्ती शंख दुर्लभ होते है ये बहुत ही कीमती होते है | दक्षिणवर्ती शंख चंद्र और सूर्य के समान  देव स्वरुप माना गया है | इसे कुबेर का स्वरुप मानकर पूजा अवश्य करनी चाहिए | जिस घर में उत्तम श्वेतवर्ण दक्षिणावर्ती शंख रहता है वहाँ सब उत्तम ही उत्तम होता है | 

शंख में रखे जल को छिड़कने से अभिशाप, दुष्ट ग्रहो का प्रभाव, दुर्भाग्य दूर होता है | प्रतिदिन 108 बार शंख का विधिवत पूजन करने से श्री और यश की वृद्धि होती है संतानहीन को संतान का लाभ मिलता है | 

हिंदू और बंगाली धर्म में शंख बजाने के हर पूजा में बहुत सारे महत्व है शंख शुद्ध और पवित्र वातावरण उत्पन्न करता है | शंख दिखने में छोटा होता है पर इसमें बहुत ज्यादा उपचार और कम्पन शक्ति होती है | 

हमारे वैदिक विज्ञान के अनुसार –

हम जब शंख बजाते है और जहाँ तक इसकी ध्वनि जाती है तो वातावण में जो हानिकारक जीवाणु होते है यह उन्हें नष्ट कर देती है या मंत्रमुग्ध कर देती है और नकारात्मक ऊर्जा को भी नष्ट कर देती है | 

शंख Shankh_ Hindu Sanskriti

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जानिए शंख बजाने के लाभ –

  1. शंख बजाने से श्वसन रोग में नियमित रूप से काफी लाभ होते है | शंख बजाना प्राणायाम करने के बराबर होता है | शंख हमें कई बीमारियों जैसे ह्रदयाघात, सांस की बीमारी, लीवर से सम्बंधित कई समस्याओं से लाभ होते है | 
  2. जब हम शंख में पानी डालते है तो वह पानी पवित्र हो जाता है क्योकि उसमे कैल्सियम, फास्फोरस, और गंधक होता है | यही कारण है कि हम शंख के जल का उपयोग धार्मिक अनुष्ठानो और प्रार्थनाओ में करते है |
  3. यदि हम गंगाजल को शंख में भर के रखे और ह्रदय रोगियों को इसे कुल्ला करने के लिए दे तो यह इनकी निश्चित रूप से मदद करेगा | पूजा स्थान में शंख रखे तो सारे वास्तु दोष दूर हो जाते है | 
  4. शंख ध्वनि से सारे देवी-देवता प्रसन्न होते है | शंख की मधुर ध्वनि का लाभ बजाने वाले के साथ-साथ सुनने वाले को भी मिलता है |
  5.  शंख जब बजता है तब यह कई तरह के कीटाणु को भी मारता है जो हमारे लिए हानिकारक होते है और मंदिर के पट भी बिना शंख बजाये नहीं खोलना चाहिए | 
  6. पूजा के दौरान शंख बजाना हमारे लंग्स के लिए काफी लाभदायक होता है | ये हमारे अंदर की अशुद्ध हवा को निकालता है और शुद्ध हवा को खींचता है जिससे हमारे लंग्स मजबूत होते है और यह पाचन तंत्र की समस्याओं को भी समाप्त करता है |

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