भारतीय संस्कृति में काजल का महत्व | Significance of Kajal in Indian Culture
Published on: May 3, 2023
भारतीय संस्कृति में काजल का महत्व_Hindusanskriti

भारतीय संस्कृति में काजल का महत्व

हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति में नारी के प्रमुख सोलह श्रृंगार में काजल को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।

 इसे सूरमा अंजन कजरा भी कहा जाता है। काजल सौंदर्य प्रसाधन की मुख्य सामग्री है।

भारतीय नारी के सौंदर्य बढ़ाने वाला नैनों में लगने वाला काजल स्त्री की सुंदरता में चार चांद लगा देता है।

तीज त्योहारों पर महिलाएं बड़े चाव से काजल लगाती है। काजल के बिना नारी का श्रृंगार अधूरा रहता है। काजल पर हमारे लोकगीतों में भी श्रृंगारिक वर्णन मिलता है। प्राचीन समय से काजल का उपयोग शिशु, बालक,स्त्री पुरुष करते आ रहे हैं। मस्करा काजल आदि लगाने की परंपरा चली आ रही है।

काजल में एंटी बैक्टीरिया गुण होते हैं_Hindusanskriti

हिंदू सनातन धर्म की प्रथा परंपराओं के पीछे कई वैज्ञानिक कारण है। आंखों में काजल लगाने के धार्मिक स्वास्थ्य संबंधी महत्व भी  है। काजल केवल श्रृंगार सामग्री ही नहीं बल्कि आंखों के लिए औषधि का कार्य करता है।

“कहा जाता है कि रोज आंखों में अंजन दांतों में मंजन करना जरूरी है।”

बुरी नजर से बचने के लिए काजल का उपयोग किया जाता है।

काजल बनाने के लिए कई ऐसे तत्वों का समावेश किया जाता है जो आंखों के लिए लाभदायक  है।

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काजल_Hindusanskriti

गुणकारी काजल लगाने के विज्ञान और स्वास्थ्य संबंधी लाभ –

  1. आंखों से संबंधित अनेक रोगों में काजल का प्रयोग गुणकारी है।
  2. सोने से पहले आंखों में काजल लगाने से आंखें स्वस्थ व चमकदार रहती है।
  3. आंखों में ठंडक तथा रोशनी बढ़ती है दृष्टि दोष दूर होता है।
  4. सूजन खुजली लाली (आंखें लाल होना) जैसी समस्या शुद्ध आयुर्वेदिक तरीके से बना काजल लाभदायक होता है।
  5. आंखों में काजल लगाने पर धूप धूल आदि से सुरक्षित रहते हैं।
  6. काजल में एंटी बैक्टीरिया गुण होते हैं जिससे आंखें संक्रमण से बची रहती है।
  7. सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणें आंखों को काजल लगाने पर हानिकारक प्रभाव नहीं डालती है।
  8. उत्तम मानसिक स्थिति के लिए काजल गुणकारी है आंखें स्वस्थ सुंदर दिखने पर मन पर सकारात्मक प्रभाव दिखता है, तनाव दूर होता है|

काजल में पाए जाने वाला तरल पदार्थ आंखों को  सूजन से बचाता है।

इन सभी गुणों को देखते हुए काजल को हमारी संस्कृति में धार्मिक मान्यताओं के साथ स्वास्थ्य से भी जोड़ा सुंदरी के साथ सेहत धर्म और वैज्ञानिक आधार पर भी उपयोगी बताया है।

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