क्यों भगवान् गणेश पहले पूजे जाते हैं? | Why is Lord Ganesha Worshipped First?
Published on: May 26, 2023
क्यों भगवान् श्री गणेश पहले पूजे जाते हैं

क्यों भगवान् गणेश पहले पूजे जाते हैं?

सनातन हिन्दू धर्म में आस्था विश्वास के केंद्र है भगवान् गणेश 

हमारी भारतीय हिन्दू संस्कृति में प्राचीन समय से देवी-देवताओ का पूजन अर्चन किया जाता रहा है| हिन्दू परम्पराओ के अनुसार भगवान् गणेश का पूजन सभी शुभ मांगलिक कार्यो पूजा, हवन, यज्ञ आदि में सर्व प्रथम किया जाता है| 

हमारे हिन्दू धर्म में कोई भी प्रमुख व्रत, त्योहार, विवाह और अनुष्ठान बिना भगवान गणेश की आराधना किए शुरू नहीं किया जाता है । भगवान् गणेश जी का आव्हान किया जाता है और विधि विधान से पूजन किया जाता है| 

भगवान् गणेश गणो के देवता गणपति, सिद्धि को देने वाले सिद्धिविनायक एवं विघ्नहर्ता के रूप में पूजे जाते है| भगवान् गणेश को गौरी नंदन, दयावन्त, एकदन्त, भालचंद्र, गजानन, गजकर्ण, लम्बोदर, वक्रतुण्ड आदि अनेक नामो से जाना जाता है| 

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भगवान् गणेश को अनेक नामो से जाना जाता है

भगवान् गणेश को सर्वप्रथम पूजे जाने के पीछे कई पौराणिक धार्मिक मान्यताये जुडी है| भगवान् गणेश अनेक दिव्य गुणों से संपन्न देवता है| वे विघ्नो का नाश करने वाले रिद्धि और सिद्धि के दाता, शीघ्र प्रसन्न होने वाले, विद्या के देवता है| 

गणपति उपनिषद के अनुसार, भगवान गणेश पुरुष और प्रकृति के निर्माण से पहले ही प्रकट हुए थे। यही कारण है कि सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा सर्वप्रथम की जाती है। 

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प्रथम पूज्य गणेश जी कैसे बने_Hindusanskriti

प्रथम पूज्य भगवान् गणेश जी कैसे बने?

पुराणों के अनुसार, जब भगवान भोलेनाथ ने बालक गणेश का सिर काट दिया था| तब माता पार्वती रुष्ट हो गईं थीं| उस समय भोलेनाथ ने एक हाथी का सिर बालक के धड़ से जोड़ कर उसे जीवन दान दिया, लेकिन उसके बाद भी जब माता पार्वती खुश नहीं हुईं तो भगवान भोलेनाथ ने बालक गणेश को वरदान दिया कि हर शुभ कार्य के पहले गणेश का पूजन होगा और जो भी व्यक्ति ऐसा करेगा उसका कार्य सफल होगा| 

शिव पुराण के अनुसार, भगवान् शिव ने अपने पुत्र कार्तिकेय और गणेश से कहा कि जो ब्रम्हांड की परिक्रमा सबसे पहले करके आएगा उनकी पूजा मांगलिक कार्यो में सर्वप्रथम होगी| 

भगवान् गणेश ने अपने बुद्धि चातुर्य गुण से अपनी माता पार्वती और पिता शिव की तीन बार परिक्रमा की| समस्त लोक में माता-पिता का स्थान तीनो लोको की और धरती की परिक्रमा से श्रेष्ठ माना गया है| भगवान् शिव ने गणेश जी को विजयी घोषित किया और आशीर्वाद दिया कि समस्त मांगलिक कार्यो में सर्वप्रथम तुम्हारा पूजन किया जायेगा|

उसी समय से सर्वप्रथम भगवान् गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है| सभी देवी-देवताओं में प्रथम पूज्य देवता भगवान गणेश ही हैं। 

हमें भगवान गणेश की पूजा सुख-समृद्धि प्राप्त करने के लिए, मनोकामनाओ की पूर्ति के लिए प्रेम एवं श्रद्धा भाव से करनी चाहिए|

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